मंडलीय अस्पताल का डेंगू वार्ड फुल
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किसी को जोड़ों में दर्द अधिक है तो किसी का बुखार कम नहीं हो रहा है। प्लेटलेट्स भी 50 हजार के नीचे आ गया। तेज बुखार से बच्चे भी परेशान हैं। वह दर्द से कराह रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में ऐसे तमाम लोग भर्ती भी हैं। चिल्ड्रेन, मेडिकल और सर्जिकल वार्ड सहित अन्य वार्ड फुल हैं। पर्याप्त डॉक्टर नहीं हैं। इससे इलाज में दिक्कत आ रही है। जो डॉक्टर ओपीडी में परामर्श दे रहे हैं, वही वार्ड में भर्ती मरीजों को भी देख रहे हैं।
254 बेड का जिला अस्पताल, 240 पर मरीज भर्ती
डेंगू, वायरल फीवर के प्रकोप जारी है। 254 बेड वाले दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में 240 मरीज भर्ती हैं। इसमें बच्चे, महिलाएं भी शामिल हैं। मरीजों की संख्या भी हर दिन बढ़ रही है। यहां स्वीकृत 50 पदों के सापेक्ष 31 पर स्थायी डॉक्टर हैं। 13 संविदा और चार पुनर्नियोजन के डॉक्टरों से काम चलाया जा रहा है। यहां फिजिशियन के पांच पदों में केवल 3 चिकित्सक हैं, जबकि चर्म रोग विशेषज्ञ, चेस्ट फिजिशियन, हृदय रोग विशेषज्ञ नहीं है। स्थिति यह है कि ओपीडी में 150 से 200 लोगों को परामर्श देने के बाद डॉक्टर वार्ड में भी मरीजों को देख रहे हैं। सीएमएस डॉ. दिग्विजय सिंह के अनुसार, अस्पताल के लिए जो उपलब्ध संसाधन हैं, उनमें सभी मरीजों का बेहतर इलाज हो रहा है। शिफ्टवार डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है।