मृतक महिला के शोकाकुल परिजन
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तमिलनाडु के मदुरै में ट्रेन की जिस बोगी में आग लग थी, उसमें लखीमपुर के 16 श्रद्धालु सवार थे। इनमें हाथीपुर कोठार निवासी शांति देवी की मौत हो गई। भगदड़ में उनके पति राम मनोहर वर्मा और साथ गए हर्ष को चोट आई है। जिले के कई अन्य यात्री भी चोटिल हुए हैं।
हादसे का पता चलने पर परिजन पूरे दिन अपने-अपने सगे-संबंधियों का हाल जानने में जुटे रहे। प्रशासन ने भी यात्रियों से संबंधित जरूरी जानकारी जुटाई। मृतका शांति देवी के बेटे नीरज वर्मा ने बताया कि मां-पिता के साथ भांजा हर्ष भी यात्रा में गया था। बोगी में लगी आग में जलकर मां की मौत की सूचना मिली है। पिता और भांजा चोटिल हैं। उन्होंने बताया कि पिता से सुबह और दोपहर में बात हुई थी।
17 अगस्त को यात्रा पर निकले थे यात्री
लखीमपुर शहर व अन्य स्थानों के 16 यात्री 17 अगस्त को रामेश्वरम की यात्रा पर निकले थे। वापसी 30 अगस्त को होनी थी। यह लोग सीतापुर के भसीन टूर एंड ट्रैवल्स की ओर से बुक कराई गई बोगी में सवार होकर रामेश्वर गए। इनके साथ सीतापुर, लखनऊ व अन्य स्थानों के यात्री थे। परिजनों के अनुसार मैसूर के बाद ट्रेन तमिलनाडु के मदुरै पहुंची थी। इसी समय सुबह करीब पांच बजे हादसा हो गया।