संभल में स्वास्थ्य शिविर में जांच करते डाक्टर।
– फोटो : amar ujala
विस्तार
आयुष्मान मेले में डॉक्टरों व स्टाफ की लापरवाही नहीं थम रही है। सीएमओ ने अलग-अलग उपकेंद्रों पर निरीक्षण किया तो छह डॉक्टर, 23 आशाएं, दो आशा संगिनी, एक सीएचओ, तीन एएनएम व पांच अन्य स्टाफ गैरहाजिर मिले। सीएमओ ने इन सभी का एक दिन का वेतन काटने के आदेश जारी किए हैं।
रविवार सुबह सीएमओ डॉ. कुलदीप सिंह सबसे पहले जरगांव उपकेंद्र पहुंचे। वहां सीएचओ उजमा, एएनएम नेहा व रूबी, 15 आशाएं व दो आशा संगिनी अनुपस्थित थीं। अमैनी गद्दी उपकेंद्र पर एएनएम अंशु सैनी, वार्ड बॉय आकाश, प्रियांशु व आठ आशाएं गैर हाजिर थीं।
सीएचसी कुदंरकी में आयुष चिकित्सक डॉ. शमा ताहिर व स्टाफ में रौनक अली, संध्या, आशीष, मोना भारती मौजूद नहीं थे। सीएचसी बिलारी में डॉ. रेशमा मजाहत, डॉ. दुर्गेश्वर प्रसाद, डॉ. श्वेतांबरी त्यागी, डॉ. जयश्री वार्ष्णेय, डॉ. सचिन कुमार गैरहाजिर मिले।
सीएमओ ने इन सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही इनका एक दिन का वेतन काटने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अलावा बिलारी सीएचसी पर ही अनुबंध के तहत आयुष्मान मेले में तैनात टीएमयू के डॉ. अक्षांश जैन दोपहर दो बजे ही ड्यूटी छोड़कर चले गए थे।
उनकी इस लापरवाही पर कार्रवाई के लिए टीएमयू प्रबंधन को लिखा गया है। दूसरी ओर अगवानपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में औचक निरीक्षण करने पहुंचे एसडीएम विनय कुमार पांडे सुस्त प्रचार प्रसार पर नाराज हुए। उन्होंने आशाओं और एएनएम को क्षेत्र में प्रचार करने के निर्देश दिए।
नवजात बच्चों का टीकाकरण और गर्भवती महिलाओं की देखरेख के साथ इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। एसडीएम ने पाकबड़ा, ताजपुर और अगवानपुर पीएचसी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने वहां अपना बीपी व शुगर लेवल भी चेक कराया।
निरीक्षण के दौरान कई स्थानों पर डॉक्टर व स्टाफ गैरहाजिर मिले हैं। इनके खिलाफ वेतन काटने की कार्रवाई की जा रही है। यदि सुधार नहीं हुआ तो सख्त निर्णय लिया जाएगा। – डॉ. कुलदीप सिंह, सीएमओ