बेसिक स्कूलों में बदली व्यवस्था से राहत मिलेगी।
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बेसिक विद्यालय के शिक्षकों के निलंबन के बाद बहाल होने पर अब विद्यालय का आवंटन पोर्टल के माध्यम से होगा। इसमें बीएसए की भूमिका समाप्त कर दी गई है। खास यह कि अगर शिक्षक दोषमुक्त होते हैं तो उन्हें उसी विद्यालय में तैनाती दी जाएगी, जिसमें वह निलंबन के समय तैनात थे।
पूर्व की व्यवस्था के अनुसार किसी मामले में शिक्षक का निलंबन होता था तो उन्हें किसी अधिकारी के यहां अटैच कर जांच कराई जाती थी। जांच पूरी होने के बाद उनकी बहाली बीएसए के माध्यम से की जाती थी। इसमें काफी शिकायतें मिलती थीं। इसे देखते हुए अब शासन ने व्यवस्था में बदलाव किया है। इसके अनुसार यदि शिक्षक पर दंड लगाते हुए बहाल किए जाने की स्थिति में उसी विकास खंड के विद्यालय में आरटीई के मानक के अनुसार रैंडम तैनाती दी जाएगी।
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने बताया कि यदि शिक्षक पर कोई अन्य दंड लगाया जाता है तो उन्हें जिले के शून्य शिक्षक वाले विद्यालय में या एकल अध्यापक वाले विद्यालय में तैनाती दी जाएगी। निलंबन से बहाली के बाद बीएसए संबंधित शिक्षक का आदेश पोर्टल पर अपलोड करेंगे। शिक्षक के कार्यभार संभालने के बाद मानव संपदा पोर्टल पर डाटा अपडेट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया पांच अगस्त तक पूरी की जाएगी।
पुरानी पेंशन के लिए शिक्षक-कर्मचारी 30 को जंतर-मंतर पर देंगे धरना
शिक्षक-कर्मचारियों का पुरानी पेंशन के लिए आंदोलन तेज हो रहा है। पेंशन के मुद्दे पर देश भर के शिक्षक और कर्मचारी एक मंच पर आकर संघर्ष करेंगे। कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर देश भर के पदाधिकारी 30 जुलाई को दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन करेंगे।
यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह राठौर ने धरने की तैयारी को लेकर बृहस्पतिवार को सभी जिलाध्यक्ष के साथ ऑनलाइन बैठक की। उन्होंने बताया कि पुरानी पेंशन की लड़ाई अब करो या मरो की स्थिति में है। प्रदेश के सभी ब्लॉक व जिला स्तर के पदाधिकारी धरने में शामिल होंगे। कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष वीपी मिश्रा के नेतृत्व में संगठित विभिन्न विभागों के कर्मचारी भी प्रदर्शन में शामिल होने दिल्ली पहुंचेंगे।