मुरादाबाद में करोड़ों की ठगी
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चिट फंड कंपनी खोलकर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने आरोपी पति-पत्नी समेत आठ लोगों पर गैंगस्टर में कार्रवाई की गई है। आरोपियों ने मुरादाबाद समेत कई शहरों में दफ्तर खोलकर लोगों को रकम दोगुनी करने का झांसा देकर रुपये जमा कराए थे।
छजलैट थाना क्षेत्र के फरीदपुर भैंडी उर्फ सीतापुर निवासी राजेश कुमार ने 27 मई 2021 को सिविल लाइंस थाने में जनहित म्यूचुअल बेनीफिट निधि कंपनी के डायरेक्टर आशियाना कॉलोनी निवासी अजय यादव, उसकी पत्नी ममता यादव, सरिता केसरवानी, जितेंद्र कुमार, रविश कुमार, नवनीत कुमार, गजेंद्र यादव समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था।
जिसमें राजेश ने आरोप लगाया था कि आरोपियों ने आरडी एफडी के नाम 4.65 लाख रुपये जमा कराए थे। एक साल में रकम दोगुनी करने का झांसा दिया था। दो जून 2021 को छजलैट थाना क्षेत्र के संजरपुर गांव निवासी राजेंद्र सिंह ने इसी कंपनी के छह निदेशकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
राजेंद्र सिंह इसी कंपनी में एजेंट था। उसके द्वारा खोले गए बचत खाते, एफडी, आरडी की अवधि भी 2020 में पूरी हो गई थी। ग्राहकों ने जब पैसे वापस मांगे तो निदेशकों ने पैसा वापस करने से मना कर दिया। आरोपियों ने यूपी के अलावा उत्तराखंड और दिल्ली में भी दफ्तर खोलकर लोगों से रकम जमा कराई थी।
लोगों के 15 करोड़ रुपये जमा कराने के बाद आरोपियों ने आशियाना कॉलोनी स्थित दफ्तर बंद कर दिया था। लोगों ने कई दिन तक दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया था। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने बताया कि थाना प्रभारी आरपी शर्मा की तहरीर पर अजय यादव, उसकी ममता यादव, नवनीत कुमार निवासी राव रामनगर जनपद अमरोहा व उमेश कुमार निवासी फौलादपुर थाना मंडी धनौरा जनपद अमरोहा, सरिता केसरवानी निवासी शाहपुर तिगरी मझोला, रविश कुमार निवासी पाठगी थाना कांठ, निगम सिंह निवासी पीतल बस्ती थाना कटघर, राजीव गुप्ता निवासी कोठीवाल नगर कोतवाली के खिलाफ गैंगस्टर की केस दर्ज किया गया है।
उत्तराखंड में भी दर्ज हैं आरोपी के खिलाफ केस दर्ज
आरोपी अजय यादव ने कंपनी में अपनी पत्नी, भाई और रिश्तेदारों को निदेशक बनाया था। आरोपियों ने उत्तराखंड के कई शहरों में लोगों से रकम जमा कराई थी। आरोपियों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में तीन मुकदमे हैं। इसके अलावा उत्तराखंड में चंपावत, टनकपुर, रामनगर, अल्मोड़ा, चमोली और टिहरी में भी केस दर्ज हैं।
आरोपी ने लोगों से रकम जमा कराकर खरीद ली 70 करोड़ की संपत्ति
सीओ अर्पित कपूर ने बताया कि आरोपी ने मुरादाबाद के अलावा अन्य शहरों में चिटफंड कंपनी के दफ्तर खोलकर लोगों से ठगी की थी। पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी ने लोगों से जो रकम जमा कराई थी। उससे मुरादाबाद के अलावा दूसरे शहरों में शहरों में भी करीब 70 करोड़ रुपये की संपत्ति खरीदी है। आरोपी ने कांठ रोड पर फार्म हाउस, प्लॉट खरीदे हैं। इसके अलावा देहरादून में प्लॉट खरीदे गए हैं।