श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: आगरा में सज गए बाजार, लल्ला के लिए मोहक पोशाक…मखमल का झूला लेने वालों की लगी कतार

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: आगरा में सज गए बाजार, लल्ला के लिए मोहक पोशाक…मखमल का झूला लेने वालों की लगी कतार



आगरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर घर पर महिलाओं द्वार तैयार किए पोशाक व हिंडोले।
– फोटो : अमर उजाला

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उत्तर प्रदेश के आगरा में मनकामेश्वर गली में भगवान की पोशाक और मूर्तियों की दुकानों पर सोमवार को लोगों की कतार लगी रही। कोई अपने लड्डू गोपाल के लिए मोहक पोशाक लेने आया था तो कोई आरामदेह और कुछ अलग सा झूला। ग्राहकों में अधिकांश महिलाएं थीं। कोई नई तरह की बांसुरी मांगता तो दूसरा पिछले साल से अलग शृंगार का सामान।

रावतपाड़ा में स्थित इस गली में श्रीकृष्ण की पोशाक, झूले, बांसुरी और शृंगार के सामान की कई दुकानें हैं। मनकामेश्वर गली में थोक की दुकान के मालिक राजीव गौर ने बताया कि अधिकांश ग्राहक नई तरह की पोशाक और झूले के लिए आए। इनमें भी झूले लेने वालों की संख्या अधिक रही। मखमल लगा हुआ झूला काफी पसंद किया जा रहा है। झूलों की कीमत सौ रुपये से शुरू हो जाती है। हजार से डेढ़ हजार रुपये तक के झूले भी हैं लेकिन अधिकांश ग्राहक पांच सौ तक की कीमत के झूले खरीदते हैं।

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लुभा रहे लड्डू गोपाल

लड्डू गोपाल लेने के लिए भी कई महिलाएं पहुंच रही हैं। लड्डू गोपाल कई आकार में हैं। सबसे बड़े एक फुट तक के हैं। इससे अधिक बड़े आर्डर पर ही तैयार किए जाते हैं। महिलाएं दुकान से ही लड्डू गोपाल को लेकर उन्हें पोशाक पहनाकर भी देखती हैं।

महिलाओं को मिला रोजगार…बना रहीं कान्हा की पोशाक

बाजार में कढ़ाईदार, रेशम के धागों से बने पोशाक और मुकुट भी हैं। नाला बूढ़ान सैयद में कान्हा की पोशाक और मुकुट का काम घरों में किया जाता है। महिलाएं घर का काम खत्म कर पोशाक और मुकुट बनाने में जुट जाती हैं। जन्माष्टमी पर काम बहुत बढ़ जाता है।

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ऑनलाइन भी बिक्री

12 महिलाएं राधा-कृष्ण, ठाकुर जी की पोशाक, मुकुट बना रही हैं। पोशाक 10 से लेकर 150 रुपये, मुकुट 10 से लेकर 100 रुपये तक के हैं। दुकानों के अलावा ऑनलाइन भी पोशाक बेचते हैं। -संगीता वर्मा, समूह संचालिका



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