हादसे में क्षतिग्रस्त कार
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मथुरा-दिल्ली हाईवे पर जैत थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात एक हादसे में चार युवकों की मौत हो गई। अलीगढ़ के पांच युवक कार से कोकिलावन स्थित शनिदेव मंदिर में दर्शन को आ रहे थे। तेज रफ्तार कार ने पहले ट्रक चालक को रौंदा और बाद में किसी बड़े वाहन में घुस गई। इससे कार सवार तीन युवकों की मौत हो गई और दो लोग घायल हैं। पुलिस ने शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिए। मृतकों में तीन युवक अलीगढ़ के और बिहार निवासी एक ट्रक चालक शामिल हैं।
निशित बंसल (27) पुत्र स्वः अरुण कुमार बंसल निवासी सारसौल, आलोक दयाल (30) पुत्र सोनी सुनील दयाल निवासी चर्च कंपाउंड बन्नादेवी, आकाश तोमर (26) पुत्र देव प्रकाश तोमर निवासी गोविंदपुर क्वार्सी बंबा, कमल वर्मा (29) पुत्र कुलदीप वर्मा निवासी इगलास और विशाल वर्मा (31) पुत्र अनिल कुमार वर्मा निवासी साईं विहार बन्नादेवी कार से शुक्रवार रात नौ बजे मथुरा के कोकिलावन स्थित शनिदेव मंदिर में दर्शन के लिए निकले थे। रात करीब एक बजे जैत थाना क्षेत्र के दिल्ली-मथुरा हाईवे पर चौधरी ढाबा के सामने अपना ट्रक खड़ा कर जा रहे चालक अजीत कुमार (30) पुत्र भोलाशाह निवासी सोनोठ, अमनौर, छपरा, बिहार को कार ने रौंद दिया।
इसके बाद कार अनियंत्रित होकर किसी बड़े वाहन में जा घुसी। इससे अजीत कुमार के अलावा कार सवार निशित बंसल, आलोक दयाल और आकाश तोमर की मौत हो गई। पुलिस ने कार से शवों को निकाला और घायल विशाल व उसके साले कमल वर्मा को गंभीर स्थिति में निजी अस्पताल में भर्ती कराया। कार से शराब की एक बोतल भी बरामद हुई। शुक्रवार दोपहर सभी शव पोस्टमार्टम कराकर परिवार वालों को सौंप दिए। एसपी सिटी मार्तंड प्रताप सिंह ने बताया कि मृतकों के परिजनों की तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। कार किस वाहन में घुसी थी। इसकी जांच व वाहन की तलाश जारी है।
घायलों की चीख से टूटा अंधेरे में पसरा सन्नाटा
जैत थाना क्षेत्र में हाईवे पर शुक्रवार रात हुए हादसे की जानकारी पुलिस को करीब आधा घंटे बाद मिली। पुलिस मौके पर पहुंची तो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हालत में मिली कार में शव फंसे थे, घायल दर्द से कराह रहे थे। जिस वाहन में कार तेज रफ्तार में घुसी थी, उसका कोई पता नहीं चला। शनिवार को दिनभर छानबीन होने के बाद भी पता नहीं लग पाया है कि कार किसी ट्रक में घुसी या बस में। घटनास्थल के आस-पास कोई सीसीटीवी भी नहीं लगा है।
अंधेरी रात में करीब एक बजे हुए हादसे में घायलों की चीख ने सन्नाटे को चीर दिया। पास ही स्थित ढाबे पर मौजूद कुछ लोग और ट्रक चालक धमाका सुनकर घटनास्थल की ओर दौड़े। सबसे पहले उन्होंने कार सवारों को देखा। इसके बाद आसपास घटनास्थल से 15 मीटर की दूरी पर झाड़ियों में ट्रक चालक अजीत का शव मिला। इसी बीच अंधेरे का फायदा उठाकर, जिस वाहन में कार घुसी थी। उसका चालक वाहन लेकर फरार हो गया। घायलों की जान बचाने की अफरा-तफरी में इस बात पर किसी ने गौर नहीं किया। पुलिस ने पूछताछ की तो सभी एक-दूसरे का चेहरा देखने लगे। कार की स्थिति देख पुलिस अंदाजा लगाया जा रहा है कि किसी ट्रक या डंपर/ट्रेलर के पिछले हिस्से में घुसी होगी।