पंजाबी सिनेमा के सुपरस्टार गिप्पी ग्रेवाल की पंजाबी फिल्म ‘मौजां ही मौजां’ का ट्रेलर गुरुवार की शाम मुंबई में लांच हुआ। इस अवसर पर अभिना सलमान खान खास तौर पर उपस्थिति रहे। इस फिल्म के ट्रेलर लांच के दौरान सलमान खान की सुरक्षा को लेकर मुंबई पुलिस के अलावा निजी बाउंसर्स भी काफी सतर्क दिखे। फिल्म के ट्रेलर लांच से पहले काफी सतर्कता देखने को मिली।
फिल्म के ट्रेलर लांच का समय दोपहर के बाद 3.30 बजे रखा गया था। मुंबई पुलिस की कड़े सुरक्षा के बीच सलमान खान की एंट्री मुंबई जुहू के पीवीआर सिनेमा हाल में 5.30 के बाद हुई, लेकिन सलमान खान के आने के बाद भी ट्रेलर लांच का आयोजन एक घंटे बाद यानि की 6.30 बजे शुरू हो सका इसके बाद पूरा कार्यक्रम 15 मिनट के अंदर ही खत्म भी हो गया। सलमान खान के आने से पहले सुरक्षा कर्मियों ने थिएटर के कोने कोने की अच्छी तरह से छानबीन कर थी। उसके बाद सलमान खान की एंट्री हुई।
और, सिर्फ सलमान खान को लेकर चली छानबीन के चलते ही देरी नहीं हुई। बताते हैं मुंबई के जुहू स्थित पीवीआर सिनेमा घर के स्क्रीन नंबर दो में फिल्म ‘मौजां ही मौजां’ का ट्रेलर ही लोड नहीं हो पा रहा था। स्क्रीन नंबर दो में पहले से बैठे मीडियाकर्मी को यह कह बाहर भेज दिया गया कि पांच मिनट के लिए टेस्टिंग चल रही, इसलिए सब बाहर चले जाएं। लेकिन पांच मिनट करते करते दो घंटे बीत गए फिर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ।
इतने में सलमान खान भी आ गए और उन्हें भी एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा। जब तकनीकी समस्या खत्म हुई तो सलमान खान फिल्म ‘मौजां ही मौजां’ के सितारे और निर्देशक के साथ स्क्रीन नंबर दो में आए। ट्रेलर लांच हुआ और 15 मिनट के अंदर ट्रेलर लांच के दौरान आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस भी खत्म हो गया। इससे पहले पंजाबी सिनेमा के सुपरस्टार गिप्पी ग्रेवाल की फिल्म ‘कैरी ऑन जट्टा 3’ का जब ट्रेलर लांच हुआ तो आमिर खान आए थे। और, इस बार फिल्म के मेकर ने ट्रेलर लांच करने के लिए सलमान खान को आमंत्रित किया।
ट्रेलर लांच के दौरान सलमान खान से प्रेस कांफ्रेंस की मेजबानी कर रहे एंकर ने वही सवाल पूछा गया जो सवाल ‘कैरी ऑन जट्टा 3’ के ट्रेलर लांच के दौरान आमिर खान से पूछा गया था। सलमान खान से जब पंजाबी फिल्मों में काम करने की बात पूछी गई तो सलमान खान ने ठीक वैसा ही जवाब दिया जैसा आमिर खान ने दिया था। सलमान खान ने कहा, ‘एक वक्त था जब हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार्स ने पंजाबी फिल्मों में काम किया है। मुझे भी खुशी होगी पंजाबी फिल्मों में काम करके। अब समय आ गया है जब हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, पंजाबी, मराठी सब कुछ ग्लोबल होना चाहिए।’