समस्याएं सुनते सीएम योगी
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गांव में लोगों को न्याय दिलाने के लिए लड़ने वाली एक महिला प्रधान अब खुद न्याय की आस में भटक रही हैं। महिला प्रधान ने रविवार को सीएम योगी के दरबार में गुहार लगाई। उनका आरोप है कि गांव के ही कुछ लोगोंं ने पहले सार्वजनिक रास्ते पर कब्जा किया। फिर बेटियों के साथ उन्हें भी पीटा। प्रधान ने न्याय नहीं मिलने पर पद से इस्तीफा देने के साथ ही पांच बेटियों एवं पति के साथ आत्मदाह की चेतावनी दी है।
महिला प्रधान हरपुर बुदहट क्षेत्र के भेउसा गांव की रुक्मिणी देवी हैं। रविवार को उन्हाेंने जनता दर्शन में मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई। उनका कहना है कि वह अनुसूचित जाति की हैं। गांव में कुछ लोगों से रास्ते का विवाद चल रहा है। 14 जून को वह लोहे का एंगल लगाकर रास्ता बंद करने लगे। मना करने पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया। हमले में वह, उनकी बेटी और पति घायल हो गए। उन्होंने थाने में केस दर्ज कराया।
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पुलिस एससी-एसटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज करने के बावजूद आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इस मामले में उच्चाधिकारियों से भी मिलकर प्रार्थना पत्र दे चुकी हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं है। आरोपियों से अब उनके परिवार को डर लग रहा है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो उनके सामने आत्मदाह करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा।