हापुड़ की घटना के विरोध में हड़ताल पर बैठे सिविल बार के वकील
– फोटो : संवाद
विस्तार
हापुड़ में पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं पर किए गए लाठी चार्ज का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सोमवार को उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के आह्वान पर जिला बार एसोसिएशन, दि कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन, रेवेन्यू बार एसोसिएशन, जिला कर अधिवक्ता एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री को संबोधित अलग-अलग स्थानों पर अधिकारियों को ज्ञापन दिया।
हापुड़ प्रकरण में दोषी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग करते हुए जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने बार हॉल में मुख्यमंत्री को संबोधित एसडीएम सदर रविंद्र कुमार को ज्ञापन दिया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। पूरे दिन अधिवक्ता कार्य से विरत रहे।
जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार भारद्वाज ने कहा कि हापुड़ के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक का स्थानांतरण किया जाए। जिन दोषी पुलिस कर्मियों ने बर्बरता पूर्वकलाठी चार्ज किया है, उन पर मुकदमा दर्ज किया जाए। अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट पारित कर प्रदेश में लागू किया जाए। हापुड़ के घायल अधिवक्ताओं को तुरंत मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में अधिवक्ताओं के विरुद्ध पुलिस ने मनगढ़ंत कहानी बनाकर मुकदमे दर्ज किए हैं, उन्हें वापस किया जाए।
इस मौके पर अधिवक्ता बालकृष्ण उपाध्याय, राधा माधव शर्मा, लल्लन बाबू, बृजमोहन राही, नरेश कुमार शर्मा, दिनेश देशमुख, रामसेवक उपाध्याय, प्रवीण चौधरी, पीयूष वशिष्ठ, महेंद्र सिंह दिवानिया, अजीत उपाध्याय, त्रिलोकी शर्मा, मोहन पंडित, केके उपाध्याय, भोलू पंडित, रोहित दुबे आदि मौजूद थे।
दी कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन ने की सभा
दी कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन ने सभा कर हापुड़ प्रकरण के विरोध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। अधिवक्ताओं ने मांग रखी कि हापुड़ प्रकरण में पुलिस अधीक्षक, जिलाधिकारी को हटाया जाए। ज्ञापन देने वालों में अध्यक्ष प्रेम सिंह यादव, महासचिव दाऊदयाल शर्मा, विनोद गौतम, आशीष कौशिक, बनी सिंह यादव, सुरेंद्र कुमार गौत आदि अधिवक्ता थे।
वहीं, जिला कर अधिवक्ता एसोसिएशन ने स्थानीय राज्य कर कार्यालय में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन राज्य कर के डिप्टी कमिश्नर आरके सिंह को दिया। अध्यक्ष आरपी अग्रवाल एवं सचिव पीयूष गुप्ता के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। इस मौके पर आरपी अग्रवाल, पीयूष गुप्ता, भोला शंकर, जितिन अग्रवाल, कपिल शर्मा, प्रदीप अग्रवाल, अतुल जैन, चक्रवती गोयल आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।