है ना, बोलो बोलो, पापा को मम्मी से, मम्मी को…, इस गाने की बाल कलाकार को पहचानते हैं?

है ना, बोलो बोलो, पापा को मम्मी से, मम्मी को…, इस गाने की बाल कलाकार को पहचानते हैं?


फिल्म ‘शोले’ से दुनिया भर में मशहूर हुए निर्देशक रमेश सिप्पी की पहली फिल्म ‘अंदाज’ का सुपरहिट गाना है, ‘है ना बोलो बोलो, पापा को मम्मी से, मम्मी को पापा से, प्यार है..!’ इस फिल्म में हेमा मालिनी ने एक ऐसी युवती का किरदार निभाया है जो एक विधुर से शादी करती है। और, इस गाने में दिखने वाली जो बच्ची है, वही आगे चलकर गौरी खुराना के नाम से भोजपुरी सिनेमा में मशहूर हुई। गौरी खुराना का मंगलवार को निधन हो गया। 17 फिल्मों में उनके साथ काम करने वाले भोजपुरी सिनेमा के अभिनेता कुणाल सिंह को इस बात का मलाल है कि वह उनके अंतिम दर्शन नहीं कर सके।

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कुणाल सिंह और गौरी खुराना ने भोजपुरी सिनेमा में एक साथ अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘धरती मइया’ से की। और, पहली ही फिल्म सुपरहिट रही। इस फिल्म के बाद कुणाल सिंह और गौरी खुराना ने करीब एक साथ 17 फिल्मों में काम किया और सभी फिल्में हिट रही। ‘अमर उजाला’ से बातचीत के दौरान कुणाल सिंह ने गौरी खुराना को याद भावुक हो गए और कहा कि उनकी ऐसी कोई उम्र नहीं थी कि वह दुनिया से चली जाएं।


कुणाल सिंह ने कहा, ‘जब गौरी खुराना के निधन की खबर मिली तो मैं दिल्ली में था और उनका अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाया। इस बात का मुझे बहुत अफसोस रहेगा। फिल्म ‘धरती मइया’ में हीरो के रूप में मैं और हीरोइन के रूप में गौरी खुराना भी इंट्रोड्यूस हुई थी। इससे पहले वह फिल्म ‘अंदाज’ में शम्मी कपूर और हेमा मालिनी के साथ चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर काम कर चुकी थीं। यह गाना गौरी खुराना पर ही फिल्माया गया था। वह चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर संजीव कुमार और माला सिन्हा की फिल्म ‘रिवाज’ में भी एक अहम किरदार निभा चुकी थी।’ 


जानकारी के मुताबिक, गौरी खुराना दिल्ली की रहने वाली थी और उनके पिता आर्मी में मेजर थे। कुणाल सिंह कहते हैं, ‘भोजपुरी उनकी भाषा नहीं थी लेकिन वह बहुत मेहनत करती थीं। स्वभाव से वह अपने काम को लेकर बहुत जिद्दी थी। काम के प्रति उनका समर्पण भाव देखकर मुझे बहुत अच्छा लगता था। उनका व्यवहार बहुत मित्रवत  था। हम लोगों ने कई फिल्में साथ की और दर्शकों ने भी हमारी जोड़ी को बहुत पसंद किया। ‘धरती मइया’, ‘गंगा किनारे मोरा गांव’, ‘दूल्हा गंगा पार के’, ‘छोटकी दुलहिन’ जैसी कई हिट फिल्में साथ में हमने की।


भोजपुरी फिल्म  ‘छोटकी दुलहिन’  की शूटिंग के दौरान का एक किस्सा साझा करते हुए कुणाल सिंह कहते हैं, ‘ फिल्म ‘छोटकी दुलहिन’ की शूटिंग के समय  किसी बात को लेकर हम दोनों के बीच लड़ाई हो गई और बातचीत बंद हो गई। निर्माता-निर्देशक परेशान कि फिल्म अब कैसे पूरी होगी?  लेकिन कैमरे के सामने हमारा प्रेमी-प्रेमिका का जो  किरदार था, हम करते थे, फिल्म देखकर कोई बोल नहीं सकता है कि हमारे बीच झगड़ा हुआ था और हमारी बातचीत बंद थी। उस समय हम दोंनों की उम्र भी कम थी। वह भी जिद्दी थी और मैं भी जिद्दी था।’




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